बदलता भारत के दोहे
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(१)परिवर्तन की लीजिये , सदा श्वास प्रश्वांस ।
बदलेगा भारत कभी, यही आश विश्वास ।।
(२) भारत को बदलो ,उठो ,चलो हमारे साथ ।
होरी बढ़ो , बढ़ो ,बढ़ो ,लिये हाथ में हाथ ।।
(३) जनसंख्या इस भाँति ,यदि, बढ़ी और श्रीमान ।
मेले से बन जायेंगे , सारे नगर सचान ।।
(४) भारत में होगा कभी , जनसंख्या विस्फोट ।
होरी हो चहुं ओर बस , भारी लूट खसोट ।।
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राजकुमार सचान होरी
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